Sahara India Pariwar Refund 2025: निवेशकों को 6% ब्याज और 1 साल का एक्स्ट्रा समय मिलेगा

By: Agnibho Bhagat

On: Tuesday, September 30, 2025 8:00 AM

Sahara India Pariwar Refund 2025

सहारा इंडिया परिवार ने पिछले कई वर्षों से लोगों के निवेशकों के पैसे को लेकर विवाद और सवालों का सामना किया है। कई निवेशक सहारा समूह की विभिन्न सहकारी समितियों में जमा किए गए अपने धन की वापसी के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। अब, सरकार की पहल पर सहारा इंडिया परिवार रिफंड योजना शुरू की गई है, जिससे झांसे में आए छोटे और सामान्य निवेशक अपना पैसा वापस पा सकते हैं। यह योजना उन चार प्रमुख सहकारी समितियों में जमा राशि की वापसी के लिए है जिनके साथ निवेशक जुड़े थे। इस योजना के तहत राशि का हिस्सा सीधे खातों में डिजिटल प्रक्रिया द्वारा वापस किया जाता है।

यह योजना भारत सरकार की सहकारिता मंत्रालय द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार चलाई जा रही है। इसमें कुल ₹5,000 करोड़ रुपए विशेष खाता में रखे गए हैं ताकि असली निवेशकों को उनकी वैध जमा राशि लौटाई जा सके। इस योजना के तहत जमा राशि के साथ 6% तक ब्याज भी दिया जाता है, जिससे निवेशकों को थोड़ा लाभ भी मिलता है। साथ ही, यह पूरी प्रक्रिया केंद्रीय सरकार और सेबी (SEBI) की निगरानी में आयोजित की जाती है ताकि कोई धोखाधड़ी न हो। यह कदम उन लाखों निवेशकों के लिए राहत का संदेश लेकर आया है, जो लंबे समय से अपने फंसे पैसे वापस पाने के लिए सक्रिय थे।

Sahara India Pariwar Refund 2025

सहारा इंडिया परिवार रिफंड योजना एक सरकारी पहल है जिसमें सहारा समूह की चार सहकारी समितियों से जुड़े निवेशकों को उनके वैध जमा राशि की वापसी का अवसर दिया जाता है। यह योजना उन लोगों के लिए बनाई गई है जिन्होंने सहारा समूह की नीचे दी गई चार प्रमुख सहकारी समितियों में निवेश किया था:

  • सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, लखनऊ
  • सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी लिमिटेड, भोपाल
  • हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, कोलकाता
  • स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, हैदराबाद

इन समितियों में जमा राशि के लिए सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को आदेश दिया कि इसका रिफंड निवेशकों को लौटाया जाए। इस दिशा में सरकार ने डिजिटल सुविधा भी प्रदान की ताकि आवेदन प्रक्रिया सरल और पारदर्शी बनी रहे।

रिफंड योजना में निवेशक अपनी जमा राशि के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और ₹50,000 तक की राशि वापस पा सकते हैं। इसमें 6% तक का ब्याज भी शामिल किया जाता है। यह राशि किश्तों में दी जाती है, जिससे निवेशक आर्थिक दबाव से बच सकें। इस प्रक्रिया का संचालन सरकार द्वारा स्थापित आधिकारिक सहारा रिफंड पोर्टल के माध्यम से किया जाता है।

आवेदन कैसे करें?

सहारा इंडिया परिवार रिफंड के लिए आवेदन करने के लिए सबसे पहले आपको सहारा रिफंड पोर्टल पर अपना पंजीकरण करना होगा। आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है और इसमें कोई आवेदन शुल्क नहीं लिया जाता। आवेदन करने के लिए निम्न दस्तावेज जरूरी होते हैं:

  1. सहारा में निवेश की सदस्यता संख्या (Membership Number)
  2. जमा खाता संख्या (Deposit Account Number)
  3. आधार कार्ड से लिंक्ड मोबाइल नंबर
  4. जमा प्रमाण के लिए पासबुक या अन्य संबंधित दस्तावेज
  5. अगर राशि ₹50,000 से अधिक है तो पैन कार्ड जरूरी होता है

आवेदन प्रक्रिया के मुख्य चरण इस प्रकार हैं:

  • सबसे पहले सहारा रिफंड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
  • नई पंजीकरण (New Registration) विकल्प चुनें।
  • अपने आधार कार्ड के अंतिम 4 अंक और आधार से जुड़े मोबाइल नंबर दर्ज करें।
  • मोबाइल पर आए ओटीपी को दर्ज करके पंजीकरण पूरा करें।
  • पंजीकरण के बाद लॉगिन करें और अपनी व्यक्तिगत जानकारी भरें।
  • बैंक विवरण भरें और दावा करने वाली राशि का विवरण दें।
  • दावा फॉर्म डाउनलोड करें, इसे अपने हस्ताक्षर और फोटो के साथ भरें।
  • फिर इसे स्कैन करके पोर्टल पर अपलोड करें।
  • अपलोड करने के बाद आपको एक स्वीकृति संख्या मिलेगी।

आपके द्वारा जमा किए गए आवेदन को 30 दिनों में जांचा जाता है और 15 दिनों के अंदर आपको एसएमएस के माध्यम से सूचित किया जाता है कि आपका दावा स्वीकार किया गया है या नहीं। सामान्यत: पूरी प्रक्रिया 45 दिनों के भीतर पूरी हो जाती है और राशि आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है। यदि आपका दावा किसी कारण से रिजेक्ट हो जाता है, तो आप दुबारा रिफंड पोर्टल पर जाकर पुनः आवेदन कर सकते हैं। सरकार ने इस सुविधा को निवेशकों के लिए दोबारा आवेदन की भी अनुमति दी है ताकि कोई राशि वापस न रह जाए।

लाभ

यह योजना छोटे निवेशकों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है क्योंकि लंबे समय से उनका पैसा फंसा हुआ था। अब यह योजना उन्हें उनकी जमा राशि वापस दिलाने में मदद करती है। 6% तक ब्याज के साथ रकम की वापसी से निवेशकों को कुछ अतिरिक्त लाभ भी मिलता है। इसके अलावा, यह योजना पूरी तरह से डिजिटल होने के कारण पारदर्शिता बढ़ती है और धोखाधड़ी की संभावना समाप्त होती है।

सरकार और सेबी की निगरानी से यह सुनिश्चित होता है कि केवल वैध निवेशकों को रिफंड मिले। इससे न केवल निवेशकों का विश्वास बढ़ा है बल्कि सहारा समूह से जुड़े विवादों को भी समाप्त करने में सहायता मिली है। निवेशकों के लिए यह योजना राहत और सुरक्षा का प्रतीक बनी हुई है।

निष्कर्ष

सहारा इंडिया परिवार रिफंड योजना उन लाखों निवेशकों के लिए एक राहतपूर्ण कदम है जिन्होंने लंबे समय से अपने निवेशित धन की वापसी का इंतजार किया है। यह योजना पूरी तरह से पारदर्शी और डिजिटल है, जो निवेशकों को अपने पैसे वापस लेने का आसान और सुरक्षित माध्यम प्रदान करती है। यदि सहारा समूह की उन चार प्रमुख सहकारी समितियों में निवेश किया है, तो जल्द से जल्द इस योजना के तहत आवेदन करना चाहिए और अपने पैसे की वापसी सुनिश्चित करनी चाहिए।

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